
बारा ( फ़िरोज़ ख़ान ) – जनमन योजना के तहत सहरिया जनजाति के लोगो को आवास स्वीकृत हुए है। किशनगंज व शाहाबाद क्षेत्र में सभी सहरिया समुदाय के परिवारों को नये आवास स्वीकृत हुए है। सरकार ने जिन परिवारों को आवास स्वीकृत हुए उनके ख़ातो में नब्बे हज़ार की प्रथम किश्त भी डाल दी है मगर लाभार्थी इस पैसे को ख़ातो से नहीं निकाल सकता है क्योंकि ग्राम पंचायत द्वारा रोक लगवा रखी है।जिस कारण बैंक से लाभार्थी इस राशि को नहीं निकाल सकता है।ग्राम पंचायत कसबानोनेरा की महिलाओं ने बताया कि हमारे ख़ातो में होल्ड लग रहा है। होल्ड लगने के कारण इनके लिए पैसे निकालना मुश्किल हो रहा है।
महिला शांतिबाई, भगवती बाई, दोला बाई, राम कन्या बाई,किभूरिया बाई, सोमवती बाई, धनवंती बाई, राजो बाई, रशीदा बाई ने बताया कि मकानों की नींव की खुदाई करवा दी है। बैंक से पैसा नहीं निकलने के कारण निर्माण करवाना मुश्किल हो रहा है क्योंकि हमारे पास पैसा नहीं है। मार्केट से उधार निर्माण सामग्री लाना भी हमारे लिए मुश्किल काम है। पैसे नहीं निकलने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं करवा पा रहे है। यह हालात दोनों ब्लॉक में निवासरत सहरिया जनजाति के लोगो के बने हुए है। लाभार्थीयो ने कच्चे मकान गिरा दिये अब निर्माण करवाने के पैसे की ज़रूरत पड़ रही है। लाभार्थीयो का कहना है पैसा नहीं निकलने की वजह से काम शुरू नहीं करवा पा रहे है। दोनों ब्लॉक के गाँव के लाभार्थियों के खाते होल्ड पर है।जानकारी के अनुसार पंचायत ग्राम विकास अधिकारी के लेटर के बिना बैंक से पैसा नहीं निकाल सकते है। इस संबंध में ग्राम पंचायत कसबानोनेरा के कनिष्ठ लिपिक बारेलाल सहरिया ने बताया कि आवास निर्माण के लिए पाँच सदस्यों की एक कमेटी बनी हुई है जिनके हस्ताक्षर के बाद सभी लाभार्थियों को लेटर दे दिया जाएगा और उसका पैसा निकलवा दिया जाएगा।जिस लाभार्थी ने आवास की नींव खुदाई करवा ली है।उसको पहली किश्त पंद्रह हज़ार निकलवाकर दे दी जाएगी।
