अलीगढ़ थानाधिकारी सुरेश चौधरी की खाकी पर नाबालिग संदिग्ध अवस्था में मिली बच्ची ने जताया विश्वास
थानाधिकारी सुरेश चौधरी पर विश्वास दिलाते हुए मानव तस्करी आरोपियों को गिरफ्तार करवाने में दिलाई सफलता
पांच दिन की लगातार मेहनत से दो आरोपी हुए गिरफ्तार
उनियारा(मदन लाल सैनी) – उनियारा उपखंड क्षेत्र के अलीगढ़ थाना पुलिस की खाकी फिर से चमकी और इसकी चर्चा पश्चिमी बंगाल तक हो उठी।
थानाधिकारी सुरेश चौधरी मय टीम थाना क्षेत्र की खेडली कंजर बस्ती में मुखबीर की सूचना पर दबिश देने पहुंचे थे। जहाँ पर दिनांक 29 मार्च को कंजर बस्ती में नाबालिग संदिग्ध अवस्था में मिली। जिसको लेकर पुलिस थाना अलीगढ़ पहुंची। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। वही बच्ची के बयान के आधार पर पश्चिमी बंगाल पुलिस से सम्पर्क किया गया। वहाँ पर मामला दर्ज होने के कारण पश्चिमी बंगाल सब इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव मय टीम अलीगढ़ थाना पहुंचे। बच्ची ने थानाधिकारी सुरेश चौधरी की खाकी पर विश्वास जताते हुए आरोपियों की जानकारी सहित अन्य जानकारी दी। जिस पर अलीगढ़ थानाधिकारी -चौथ का बरवाड़ा थानाधिकारी हरिमन मीणा तथा पश्चिमी बंगाल मय टीम ने लगातार पांच दिन की मेहनत कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
इनको किया गया मानव तस्करी मामले में गिरफ्तार- अलीगढ़ थानाधिकारी सुरेश चौधरी- बरवाड़ा थानाधिकारी हरिमन मीणा और पश्चिमी बंगाल सब इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव मय टीम ने लगातार मेहनत करते हुए मानव तस्करी के आरोपी नेहा उर्फ नूरजहाँ पत्नी ललित कंजर निवासी आदलवाड़ा थाना चौथ का बरवाड़ा तथा राकेश कंजर निवासी खेडली थाना अलीगढ़ को गिरफ्तार कर पश्चिमी बंगाल पुलिस को सुपुर्द किया गया।
नेहा उर्फ नूरजहाँ पत्नी ललित कंजर निवासी आदलवाड़ा पश्चिमी बंगाल से बहला फुसला कर बच्चियों को खरीद कर धकेलती थी देहव्यापार में- जानकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेहा उर्फ नूरजहाँ पत्नी ललित कंजर निवासी आदलवाड़ा पश्चिमी बंगाल की है। उसने ललित कंजर निवासी आदलवाड़ा से शादी कर ली। वहाँ की होने के चलते हुए पश्चिमी बंगाल से बहला फुसला कर बच्चियों को लाकर देहव्यापार में धकेलती थी तथा अन्य जगह पैसे लेकर बेच देती थी। ऐसा ही इस मामले में उसने किया था। हालांकि मामले की पुलिस गहना से जांच कर रहीं हैं। लेकिन अलीगढ़ थानाधिकारी सुरेश चौधरी की पैनी नजर के चलते हुए वह सहित अन्य आरोपी हत्थे चढ़ गए।
दो साल से लापता बच्ची को मिलवाने में मिली थानाधिकारी सुरेश चौधरी को सफलता- पश्चिमी बंगाल से नाबालिग बच्ची दो साल पहले ही लापता हो गई थी।जिसका वहाँ पर मामला दर्ज था। नाबालिग बच्ची को बहला फुसला कर एक दूसरे को बेचा गया।अंतिम बार थाना क्षेत्र के खेडली कंजर बस्ती में बेचा गया। जहाँ पर पुलिस कार्यवाही के दौरान संदिग्ध अवस्था में बच्ची मिली।उनकी मदद से थानाधिकारी सुरेश चौधरी परिजनों से बच्ची को मिलवाने में सफल रहे।