विजयनगर पटवार भवन बना निज आवास, ग्रामीणों में व्याप्त है रोष
टोंक/उनियारा(अशोक सैनी)- राजस्व विभाग तथा उच्चाधिकारियों की घोर अनदेखी, लापरवाही तथा उदासीनता के चलते हुए नगरफोर्ट तहसील मुख्यालय सहित क्षेत्र की सिवायचक भूमि, चारागाह भूमि सहित सरकारी भूमि पर अतिक्रमण होना अब आम बात हो गई है। लेकिन इतना सभी कुछ होने के बावजूद भी तहसील के उच्चाधिकारी तथा पटवारी अपना ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। ऐसा ही एक बड़ा मामला सामने आया कि पटवारी तथा तहसील प्रशासन की अनदेखी से रानीपुरा ग्राम पंचायत के विजयनगर ( कारोलाई ) में लाखों रुपए की लागत से बने पटवार भवन पर गांव के एक व्यक्ति ने 20 साल से कब्जा कर अपना निज आवास बना रखा है। हद तो तब हो गई जब कब्जाधारी व्यक्ति भवन में अपने परिवार सहित कब्जा कर रहने लगे है। वही ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने 20 साल पहले पटवार भवन का निर्माण करवाया था जिसमे निर्माण के बाद से एक बार भी पटवारी पटवार भवन में नही बैठा है। जिसके चलते हुए ही गांव का एक व्यक्ति इस पटवार भवन पर कब्जा कर अपने परिवार के साथ रहने लगा है जिससे सरकार को भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। साथ ही पटवारी के पटवार भवन में नही बैठने से ग्रामीणों को भी कई जटिल समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तथा विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पटवार भवन को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग की है।
आमजनों को अतिक्रमण हटाकर राहत पहुंचाने वाला विभाग ही अपनी सम्पत्ति के अतिक्रमण को हटवाने में हो रहा है बौना साबित – सबसे बड़ी बात यह देखने में मिल रही है कि आमजनों को अतिक्रमण हटवा कर राहत पहुंचाने वाला विभाग ही आज अपनी सम्पत्ति को अतिक्रमण से मुक्त करने में बौना साबित हो रहा है जिससे सरकार को लाखों रूपये की चपत लगने की संभावना बनी हुई है। राजस्व विभाग के पटवार भवन पर अतिक्रमण होना और इसका नहीं हटना तहसील के उच्चाधिकारियों तथा पटवारी पर सवालिया निशान उत्पन्न कर रहा है। यदि समय रहते हुए सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो आने वाले समय में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होना आम बात हो जाएगी।